प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 राजनीतिक पार्टियों के मंत्रियों के साथ सर्वदलीय बैठक की और लोगों तक एकता का संदेश पहुचाया। नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कई महत्वपूर्ण पहलुओं को सामने रखा और इस बैठक में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा। साथ ही वीर जवानों के बलिदान पर भावपूर्ण श्रद्धांजली व्यक्त की प्रधानमंत्री ने चीन का नाम खुल कर लिया। उन्होने चीन को पलटवार देते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा की देश इस गद्दारी को नहीं भूलेगा। सोमवार को हुई चीन के साथ हिंसक झड़प में भारत के वीर जवानों को वीरगति प्रपट हुई। इसको देखते हुए प्रधानमंत्री ने सीमा पर पेट्रोलिंग बढ़ाने की भी बात कही। सर्वदलीय बैठक मे प्रधानमंत्री ने कहा की न वहाँ कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है।
प्रधानमंत्री ने ये साफ कर दिया की चीन भले ही कितना भी ताकतवर क्यू न हो लेकिन भारतीय सेना चीन का सामना करने के लिए तैयार है। आज भारत के पास केपेबिलिटी है की कोई हमारी एक इंच जमीन की तरफ आँख उठा कर भी नहीं देख सकता। आज भारत की सेनाएँ अलग अलग सेक्टरों में एक साथ मुव करने में भी सक्षम है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की बीते वर्षों में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए बॉर्डर एरिया में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेव्लपमेंट को प्राथमिकता दी है। हमारी सेनाओं की दूसरी आवश्यकताओं जैसे फाइटर प्लेन और आधुनिक हेलीकाप्टर, मिसाइल डिफेंस सिस्टम आदि पर भी हमने बल दिया है। इसके साथ ही पेट्रोलिंग बढ़ने की वजह से अब सतर्कता भी बढ़ी है और एलओसी पर हो रही गतिविधिओं का भी समय पर पता चलता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी शक्तियों के बारे में बता कर ये साफ कर दिया की लद्दाख में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।